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Gangster Mayank Singh: झारखंड ATS ने गैंगस्टर मयंक सिंह को लेकर पहुंची रांची, आज होगी कार्ट में पेशी

Gangster Mayank Singh

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Gangster Mayank Singh: झारखंड ATS ने गैंगस्टर मयंक सिंह को लेकर पहुंची रांची, आज होगी कार्ट में पेशी

Ranchi : अजरबैजान के राजधानी बाकू में जेल में बंद गैंगस्टर मयंक सिंह (Gangster Mayank Singh)उर्फ सुनील मीणा (Sunil Meenaको झारखंड ATS की टीम रांची लेकर आ गई है। रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से सुरक्षा घेरे में गैंगस्टर मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा (Sunil Meenaको लेकर टीम  ATS मुख्यालय पहुंची। गैंगस्टर मयंक सिंह से ATS मुख्यालय में वरीय अधिकारी पूछताछ करेंगे। बताया जाता है कि पूछताछ के बाद गैंगस्टर मयंक सिंह (Gangster Mayank Singh) को न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा और फिर होटवार जेल में रखा जायेगा।

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Gangster Mayank Singh: पिछले साल गैंगस्टर मयंक सिंह को बाकू में गिरफ्तार

जानकारी के लिए आपको बताते चलें कि गैंगस्टर मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा (Sunil Meena को पिछले साल अजरबैजान के राजधानी बाकू में गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद से गैंगस्टर मयंक सिंह बाकू के जेल में बंद था। ATS के कानूनी प्रक्रिया के बाद 27 जनवरी 2025 को अजरबैजान के बाकू स्थित अपराध न्यायालय ने गैंगस्टर मयंक सिंह (Gangster Mayank Singh) को भारत प्रत्यर्पण के लिए अनुमति दी थी।

Gangster Mayank Singh: देर रात अजरबैजान के राजधानी बाकू एयरपोर्ट में हुई मयंक के प्रत्यर्पण की कार्रवाई

ATS की टीम मयंक सिंह को लेने के लिए बाकू पहुंची थी। टीम को एयरपोर्ट से बाहर जाने का आदेश प्राप्त नहीं था। या दौरान रात्रि के समय एयरपोर्ट परिसर में मयंक सिंह के प्रत्यर्पण की कार्रवाई हुई है। इसके बाद टीम मयंक को देर रात बाकू से लेकर अहले सुबह मुंबई पहुंची। और फिर मुंबई से रांची पहुंची है।

Gangster Mayank Singh: बाकू हाईकोर्ट ने दी थी मंजूरी

बता दें कि झारखंड ATS के द्वारा केंद्रीय एजेंसियों और इंटरपोल के माध्यम से उपलब्घ कराए गए पुख्ता दस्तावेजों और सबूत के आधार पर अजरबैजान की बाकू की हाईकोर्ट ने भी गैंगस्टर मयंक सिंह को कुख्यात अपराधी स्वीकार करते हुए उसके प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी थी। इससे पहले झारखंड ATS को उस समय बड़ी सफलता हाथ लगी थी, जब बाकू की निचली अदालत के द्वारा गैंगस्टर मयंक सिंह (Gangster Mayank Singh) के प्रत्यर्पण को हरी झंडी दी गई थी। अजरबैजान के कानून के अनुसार गैंगस्टर मयंक सिंह को ऊपरी अदालत में अपील करने का मौका भी दिया गया था, लेकिन उच्च अदालत ने भी निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखा।

Gangster Mayank Singh: अजरबैजान से है भारत की प्रत्यर्पण संधि

बता दें कि अजरबैजान देश के साथ भारत की प्रत्यर्पण संधि पूर्व से है। इसका फायदा गैंगस्टर मयंक सिंह (Gangster Mayank Singh) के केस में मिला है। डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि विदेश में बैठ कर झारखंड में आतंक मचा रहे अपराधियों के खिलाफ यह बड़ी सफलता है। इसी तरह विदेश भाग चुके हर अपराधी को भारत लाकर उन्हें अदालत से सजा दिलवाई जाएगी। जिसमें गैंगस्टर प्रिंस खान भी शामिल है।

Gangster Mayank Singh: झारखंड, राजस्थान से लेकर पंजाब तक था खौफ

गैंगस्टर मयंक सिंह (Gangster Mayank Singh) को इंटरपोल की रेड कॉर्नर नोटिस सूची में रखा गया था। वह झारखंड का पहला गैंगस्टर बन गया जिसे विदेश में गिरफ्तार किया गया और प्रत्यर्पण का सामना करना पड़ा। उसका आपराधिक गतिविधियों में लंबा इतिहास रहा है। वह गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ा था। इसके बाद उसका संबंध पुलिस मुठभेड़ में मारा गया अमन साहू से हुआ। गैंगस्टर अमन साहू (मृत) के साथ मिलकर झारखंड में अपराध जगत में दहशत फैलाया। गैंगस्टर मयंक भारत से भागने से पहले, वह राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में कई बड़े अपराधों में शामिल था।

Gangster Mayank Singh: इंटरनेट कॉल के माध्यम से कारोबारी से वसूलता लेवी

खूंखार गैंगस्टर मयंक सिंह (Gangster Mayank Singh) देश छोड़ने के बावजूद भारत में अपना दबदबा कायम रखा। कारोबारियों के बीच गैंगस्टर मयंक सिंह का कॉल आना मतलब बिना पुलिस को सूचना पैसा जगह तक पहुंच जाता था। गैंगस्टर मयंक सिंह (Gangster Mayank Singh) पर आरोप है कि उसने दूर से ही अपने आपराधिक कार्य जारी रखे, इंटरनेट कॉल के माध्यम से कारोबारियों को धमकाया और पैसे ऐंठे। सोशल मीडिया पर वह अपनी गतिविधियों का खुलकर बखान करता था और अक्सर हमलावर हथियारों के साथ अपनी तस्वीरें साझा करता था।

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