Most Wanted Gangster Mayank Singh: गैंगस्टर मयंक सिंह कौन है? लॉरेंस बिश्नोई का भरोसेमंद साथी, मंत्री से जबरन वसूली, 50 मामले दर्ज

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Who is Gangster Mayank Singh? मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा कैसे बना इंटरनेशनल गैंगस्टर?

अपराध की दुनिया में कई नाम गुमनाम रह जाते हैं, लेकिन कुछ नाम ऐसे होते हैं जो राज्यों और देश की सीमाएं को लांघकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पुलिस के रडार पर आ जाते हैं। उनमें गैंगस्टर मयंक सिंह (Who is Gangster Mayank Singh?)उर्फ सुनील मीणा ऐसा ही एक नाम है। जो राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, छत्तीसगढ़, बिहार और झारखंड होते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर  के अपराधी बन गया। जिसे झारखंड ATS की टीम ने अजरबैजान से प्रत्यर्पण कर झारखंड लाया है। इस पूरे ऑपरेशन को झारखंड पुलिस की अब तक की सबसे बड़ी सफलता माना जा रहा है। गैंगस्टर मयंक सिंह सिर्फ एक अपराधी नहीं, बल्कि एक ऐसा चेहरा बन चुका है जो देशभर के कई राज्यों में फैले आपराधिक नेटवर्क की कड़ियों को जोड़ता है। वह कुख्यात अमन साहू गिरोह का हिस्सा रहा है और लॉरेंस बिश्नोई जैसे इंटरनेशनल गैंगस्टर्स से उसके अच्छे खासे गहरे संबंध भी रहे हैं।

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तो चलिए जानते हैं कि क्या है मयंक सिंह की क्राइम कुंडली…?

Who is Gangster Mayank Singh?  मयंक कैसे बना इंटरनेशनल गैंगस्टर?

सुनील मीणा (Sunil Meena) उर्फ मयंक सिंह (Mayank singh) का जन्म राजस्थान के अनूपगढ़ जिले के नई मंडी थाना क्षेत्र के जीडीए पुरानी मंडी घड़साना में हुआ था। कुख्यात गैंगस्टर मयंक सिंह का पूरा नाम सुनील सिंह मीणा है। दरअसल, मयंक सिंह का आपराधिक सफर तब शुरू हुआ जब वह मलेशिया में काम करने गया था। जहां वह रोहित गोदारा, गोल्डी बरार और संपत नेहरा के माध्यम से लॉरेंस बिश्नोई के संपर्क में आया। मलेशिया से ही उसने अपनी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देना शुरू कर दिया था। उस पर लॉरेंस बिश्नोई के कहने पर राजस्थान और पंजाब में हत्या, रंगदारी और गोलीबारी जैसी घटनाओं को अंजाम देने का आरोप है।

Who is Gangster Mayank Singh? मयंक सिंह का लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू गैंग से गहरे रिश्ते

सूत्रों के मुताबिक, मयंक सिंह (Mayank singh) उर्फ सुनील मीणा (Sunil Meena) पहले लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) और बाद में अमन साहू गैंग (Aman Sahu Gang) का सक्रिय सदस्य रह चुका है। जानकारी के अनुसार, मलेशिया के कुआलालंपुर से अमन साहू गैंग को ऑपरेट करने वाला सुनील, लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सबसे विश्वस्त सदस्यों में से एक था। मलेशिया में वह गैंगस्टर रोहित गोदारा, गोल्डी बरार और संपत नेहरा के जरिए लॉरेंस बिश्नोई के संपर्क में आया। इसके बाद उसने झारखंड, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में हत्या, रंगदारी और फायरिंग जैसी आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया।

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Most Wanted Gangster Mayank Singh: लॉरेंस का बचपन का दोस्त है मयंक सिंह

मयंक सिंह उर्फ ​​सुनील मीणा अपराध की दुनिया का जाना-माना नाम है। कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के बचपन के दोस्त मयंक सिंह का पूरा नाम सुनील सिंह मीणा है. बताया जाता है कि लॉरेंस और मयंक ने एक साथ अपराध की दुनिया में कदम रखा था। मयंक अपराध के कई मामलों में जेल भी जा चुका है, लेकिन पिछले 3 साल से वह मलेशिया में बैठकर लॉरेंस के इशारे पर झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साव के साथ काम कर रहा था। इसके वो वहां से अजरबैजान चला गया और वहीं से आपराधिक कामों को ऑपरेट करता था। 

Who is Gangster Mayank Singh?  मलेशिया से इंटरनेट कॉल के माध्यम से कारोबारी से वसूलता लेवी

खूंखार गैंगस्टर मयंक सिंह देश छोड़ने के बावजूद भारत में अपना दबदबा कायम रखा। कारोबारियों के बीच गैंगस्टर मयंक सिंह का कॉल आना मतलब बिना पुलिस को सूचना पैसा जगह तक पहुंच जाता था।मलेशिया में रहते हुए उसने लॉरेंस बिश्नोई के इशारों पर राजस्थान और पंजाब में कई हत्याओं, फायरिंग और रंगदारी की घटनाओं को अंजाम दिया। वह धीरे-धीरे लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का भरोसेमंद बन गया और इंटरनेशनल स्तर पर ऑपरेशन चलाने लगा। झारखंड में शायद ही कोई ऐसा व्यवसायी हो, जिसे इंटरनेट कॉल पर मयंक ने धमकी न दी हो। सोशल मीडिया पर वह अपनी गतिविधियों का खुलकर बखान करता था और अक्सर हमलावर हथियारों के साथ अपनी तस्वीरें साझा करता था। मयंक सिंह उर्फ ​​सुनील मीणा (Gangster Sunil Meena) के खिलाफ एटीएस थाने समेत झारखंड के एक दर्जन थानों में लगभग 50 मामले दर्ज है।

Who is Gangster Mayank Singh?
Who is Gangster Mayank Singh?

Who is Gangster Mayank Singh? राजनीतिज्ञों और कारोबारियों को बनाया निशाना

मयंक सिंह (Who is Mayank singh) पहली बार तब चर्चा में आया जब उसने राजस्थान के तत्कालीन राहत एवं आपदा प्रबंधन मंत्री और कांग्रेस विधायक गोविंद राम मेघवाल से रंगदारी मांगी थी। उसने राजस्थान के एक पेट्रोल पंप मालिक से भी 5 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी, और जब उसने पैसे देने से इनकार किया तो सुनील ने उस पर फायरिंग करवा दी थी। यह घटनाएं उसके बढ़ते दुस्साहस का प्रतीक थीं।

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Who is Gangster Mayank Singh?  अपराध की नई रणनीति: डंकी रूट से अमेरिका तक का सफर

मयंक सिंह (Most Wanted Gangster Mayank Singh) उर्फ सुनील मीणा (Sunil Meena)ने डंकी रूट का इस्तेमाल करते हुए विभिन्न देशों तक पहुंच बनाई और विदेशों में बसे भारतीय आपराधिक गिरोहों के लिए भर्ती एजेंट के रूप में काम किया। दरअसल,  मयंक सिंह (Mayank singh) का पासपोर्ट रद्द होने के बाद वह ‘डंकी रूट’ यानी अवैध रास्ते से सिंगापुर, ईरान, मेक्सिको होते हुए अमेरिका पहुंचा। पुलिस जांच से यह पता चला है कि भारत से फरार होने के बाद उसने सिंगापुर, ईरान, मेक्सिको और अमेरिका जैसे विभिन्न देशों में अपराधी गिरोहों के लिए भर्ती का काम करता रहा। इसके साथ वहां से वह भारत के गैंगस्टरों के साथ ऑनलाइन संपर्क में रहा और अपराधों को संचालित करता रहा। अमन साहू का सबसे भरोसेमंद साथी मयंक सिंह को झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू का बेहद करीबी माना जाता है। दोनों ने मिलकर झारखंड, बंगाल और छत्तीसगढ़ में कोयला व्यापारियों और ट्रांसपोर्ट कंपनियों से रंगदारी वसूलने की योजनाएं बनाई।

Who is Gangster Mayank Singh: एक साल पहले हुई थी मयंक की पहचान

पिछले साल तक झारखंड पुलिस के लिए मयंक सिंह एक अनसुलझी पहेली बना हुआ था। एटीएस की जांच में पता चला कि इंटरनेट कॉल के जरिए झारखंड के व्यवसायियों को आतंकित करने वाला मयंक सिंह असल में सुनील मीणा है। सुनील मीणा झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साव के लिए मयंक सिंह के छद्म नाम से काम करता है। झारखंड में शायद ही कोई ऐसा व्यवसायी हो, जिसे इंटरनेट कॉल पर मयंक ने धमकी न दी हो। मयंक उर्फ ​​सुनील मीणा (who is Gangster Sunil Meena) के खिलाफ एटीएस थाने समेत झारखंड के एक दर्जन थानों में दर्जनों मामले दर्ज हैं।

Who is Gangster Mayank Singh? पहचान के बाद शुरू हुई कार्रवाई

मयंक सिंह उर्फ ​​सुनील मीणा के बारे में पूरी जानकारी मिलने के बाद झारखंड एटीएस की एक टीम ने राजस्थान के अनूपगढ़ जिले के नई मंडी थाना क्षेत्र के जीडीए पुरानी मंडी घड़साना स्थित मीणा के घर पर डुगडुगी बजा कर इश्तेहार भी चस्पा किया था। नई मंडी थाने की मदद से एटीएस ने सुनील मीणा (Gangster Sunil Meena) उर्फ ​​मयंक सिंह की कई चल-अचल संपत्तियों का भी पता लगाया है। सुनील मीणा ने खौफ की कमाई से ही नया मकान बनवाया है, साथ ही महंगी कारें भी खरीदी हैं। एटीएस ने मयंक उर्फ ​​सुनील मीणा के खिलाफ राजस्थान में कुर्की-जब्ती भी की है।

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Who is Gangster Mayank Singh? जून 2024 में मयंक सिंह के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया

गैंगस्टर मयंक सिंह  (Gangster Mayank Singh) के खिलाफ रामगढ़, पतरातू (भदानीनगर) थाना के केस में साक्ष्य के आधार पर न्यायालय में आरोप पत्र समर्पित करते हुए झारखंड पुलिस ने जून 2024 में मीणा के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था। एटीएस ने पिछले साल सितंबर में मीणा के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस के लिए सीबीआई से संपर्क किया था। सीबीआई ने मामला इंटरपोल को भेज दिया, जिसने विभिन्न देशों में संदेश प्रसारित किया। वो विदेश से भी अपने गुर्गों को निर्देश देता था और रंगदारी के लिए फोन कॉल्स करवाता था। मीणा छद्म नाम मयंक सिंह से इंटरनेट कॉलिंग करता था और साहू के गिरोह के लिए रंगदारी मांगता था। 

Who is Gangster Mayank Singh? इंटरपोल की मदद से गैंगस्टर मयंक सिंह गिरफ्तार

इंटरपोल की मदद से झारखंड पुलिस ने पहले उसका लोकेशन ट्रैक किया।  जिसके बाद रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर 29 अक्टूबर 2024 को अभियुक्त सुनील मीणा  (Gangster Sunil Meena) उर्फ मयंक सिंह  (Most Wanted Gangster Mayank Singh) को अजरबैजान के राजधानी बाकू में डिटेन (निरूद्ध) किया गया था। डिटेन करने के उपरांत अजरबैजान द्वारा एक्सट्राडिशन डोजियर की मांग की गई, इसके बाद झारखण्ड ATS द्वारा मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्न अफेयर्स (विदेश मंत्रालय) के माध्यम से एक्सट्राडिशन डोजियर अजरबैजान को उपलब्ध कराया गया था। जिसके आलोक में उक्त अभियुक्त के विरूद्ध अजरबैजान बाकू अपराध न्यायालय में मुकदमा चलाया गया था। ATS के कानूनी प्रक्रिया के बाद 27 जनवरी 2025 को अजरबैजान के बाकू स्थित अपराध न्यायालय ने गैंगस्टर मयंक सिंह को भारत प्रत्यर्पण के लिए अनुमति दी थी।

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Who is Gangster Mayank Singh? झारखंड, राजस्थान से लेकर पंजाब तक था खौफ

गैंगस्टर मयंक सिंह (who is Gangster Mayank Singh) को इंटरपोल की रेड कॉर्नर नोटिस सूची में रखा गया था। वह झारखंड का पहला गैंगस्टर बन गया जिसे विदेश में गिरफ्तार किया गया और प्रत्यर्पण का सामना करना पड़ा। उसका आपराधिक गतिविधियों में लंबा इतिहास रहा है। वह गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ा था। इसके बाद उसका संबंध पुलिस मुठभेड़ में मारा गया अमन साहू से हुआ। गैंगस्टर अमन साहू (मृत) के साथ मिलकर झारखंड में अपराध जगत में दहशत फैलाया। गैंगस्टर मयंक भारत से भागने से पहले, वह राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में कई बड़े अपराधों में शामिल था।
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Most Wanted Gangster Mayank Singh: क्या बोले ATS के एसपी?

ATS के एसपी ऋषव कुमार झा ने कहा कि हम मयंक (Who is Gangster Mayank Singh?)को अजरबैजान बाकू से पकड़कर वापस लाए हैं। यह झारखंड पुलिस के इतिहास का पहला सफल प्रत्यर्पण है। मयंक सिंह से पूछताछ के बाद कई राज्यों में फैले आपराधिक सिंडिकेट की जानकारी सामने आएगी। साथ ही अन्य फरार अपराधियों तक पहुंचने में भी यह गिरफ्तारी मददगार साबित होगी। झारखंड पुलिस के इतिहास में यह पहला सफल प्रत्यर्पण है, हमें उम्मीद है कि देश से बाहर रह रहे बाकी अपराधियों को भी जल्द वापस लाया जाएगा।

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