1. हटिया विधानसभा सीट: कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला, निर्दलीय की भूमिका अहम
हटिया विधानसभा सीट पर कांग्रेस के अजयनाथ शाहदेव व भाजपा के नवीन जायसवाल के बीच संघर्ष है। इंडिया गठबंधन को अपने परंपरागत वोट जम कर मिले हैं। वहीं, भाजपा का दावा है कि इस सीट पर उसने अपना गढ़ बचा लिया। यहां निर्दलीय भरत कांशी के प्रदर्शन और सेंधमारी पर चुनाव टिका हुआ है।
2. सारठ विधानसभा सीट : यह सीट तय करेगी पार्टियों का दम
यहां भाजपा के रणधीर सिंह और झामुमो के चुन्ना सिंह के बीच हार- जीत का अंतर कम रहनेवाला है। इस विधानसभा सीट पर एक-एक वोट महंगा पड़ रहा है। इस सीट पर हार-जीत पार्टियों का ग्राफ बढ़ानेवाली है। जिसने भी इस सीट को जीता, संताल परगना में अपने दल का खूंटा मजबूत किया है।
3. डुमरी विधानसभा सीट: बेबी देवी और जयराम में है टक्कर
डुमरी विधानसभा सीट में जयराम महतो ने मजबूत पकड़ बनायी है। वहीं, झामुमो की बेबी देवी ने भी जबरदस्त ताकत झोंकी है। स्व जगरनाथ महतो की इस मजबूत जमीन पर झामुमो नये चेहरे के साथ भिड़ रहा है। वहीं, डुमरी को लेकर झामुमो भरोसे में है। यहां आजसू से यशोदा देवी भी कड़ी टक्कर देती दिख रही हैं।
4. जमशेदपुर प. विधानसभा सीट : बन्ना गुप्ता और सरयू राय में घमसान
इस विधानसभा सीट पर कांग्रेस के बन्ना गुप्ता और जदयू के सरयू राय के बीच मुकाबला है। दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव जीतने के लिए हर हथकंडे अपनाये। बन्ना को अल्पसंख्यक वोटों की गोलबंदी पर भरोसा है। वहीं, सरयू राय ने भाजपा फोल्डर के वोट समेटे।
5. चंदनकियारी विधानसभा सीट: बाउरी व उमाकांत में फंसी सीट
भाजपा के लिए साख वाली यह विधानसभा सीट अमर बाउरी और उमाकांत रजक के बीच फंसी है । इस सीट पर भाजपा को आसरा है कि जेकेएलएम के प्रत्याशी कितने वोट लेकर उड़ते हैं। चुनाव परिणाम में जेकेएलएम एक कोण जरूर बनायेगा । उमाकांत यहां पहले आजसू पार्टी के टिकट पर लड़ते रहे हैं।
6. बेरमो विधानसभा सीट:
त्रिकोणीय संघर्ष में फंसी भाजपा-कांग्रेस कोयला क्षेत्रों में पकड़ के लिहाज से भाजपा के लिए यह सीट जीतना जरूरी है। वहीं, कांग्रेस इस विधानसभा सीट से जीती, तो उसका ग्राफ बढ़ेगा। उधर, जेकेएलएम से खुद जयराम महतो भी इस सीट से मैदान में हैं। जयराम की पार्टी को भी डुमरी के बाद इसी सीट पर सबसे ज्यादा भरोसा है।
7. बड़कागांव विधानसभा सीट: अंबा और रोशन के बीच है लड़ाई
बड़कागांव सीट पर कांग्रेस की प्रत्याशी अंबा प्रसाद और भाजपा के उम्मीदवार रोशन चौधरी के बीच कांटे की टक्कर बतायी जा रही है। इस सीट पर जीत को लेकर दोनों दल भरोसा जता रहे हैं। सबके अपने-अपने समीकरण हैं। बड़कागांव में जिसने भी बाजी मारी, वह सत्ता की राह आसान करनेवाला होगा।
8. जामताड़ा: सीता ने बढा दी कांग्रेस की मुश्किलें
जामताड़ा सीट पर भी संघर्ष काफी रोचक है। यहां इंडिया गठबंधन को मजबूत स्थिति में माना जा रहा था, हालांकि, इस सीट पर सीता सोरेन की इंट्री ने यहां भाजपा के लिए जान फूंक दी है। इस सीट का नतीता (हार या जीत) कांग्रेस के ग्राफ को इधर-उधर करनेवाला साबित होगा।
9. जामा विधानसभा सीट: लुईस व सुरेश के बीच टाइट फाइट
संताल परगना का जामा विधानसभा क्षेत्र झामुमो के लिए परंपरागत सीट रहा है। इस सीट से झामुमो के सहारे लुईस मरांडी की इंट्री हुई है। भाजपा ने इस सीट पर सुरेश मुर्मू को प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर जीत-हार का असर झारखंड की सत्ता के गणित पर पड़ने वाला है।
10. महगामा विधानसभा सीट : ऊपर-नीचे हो सकता है संथाल का ग्राफ
महगामा विधानसभा सीट का चुनाव परिणाम संताल परगना में भाजपा और कांग्रेस का राजनीतिक ग्राफ ऊपर- नीचे कर सकता है। इस सीट पर भाजपा के प्रत्याशी अशोक कुमार और कांग्रेस की उम्मीदवार दीपिका पांडेय सिंह के बीच गजब की लड़ाई है। वैसे दोनों अपनी जीत का दावा कर रहे हैं।
11. बोकारो विधानसभा सीट : बिरंची की जमीन पर कांग्रेसी धमक
बोकारो विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम वोटिंग हुई है। बोकारो से भाजपा के उम्मीदवार बिरंची नारायण और कांग्रेस की प्रत्याशी श्वेता सिंह के बीच कड़ा संघर्ष दिख रहा है। इस सीट ने दोनों ही दलों की टेंशन बढ़ा दी है। पिछली विधानसभा चुनाव में बिरंची को ग्रामीण क्षेत्रों में बंपर वोट मिले थे।
12. नाला विधानसभा सीट: रबींद्र नाथ को भाजपा से मिली चुनौती
नाला विधानसभा सीट पर सबकी नजर है। क्योंकि नाला विधानसभा क्षेत्र में इस बार राज्य में सबसे अधिक वोटिंग (करीब 80 प्रतिशत) भी हुई है। इस सीट से विधानसभा के स्पीकर रहे रबींद्र नाथ महतो को भाजपा के प्रत्याशी माधव चंद्र महतो ओर से कड़ी चुनौती मिली है।
13. भवनाथपुर विधानसभा सीट:
भानु और अनंत दोनों फंसे हैं पलामू प्रमंडल की भवनाथपुर विधानसभा सीट भाजपा के वर्तमान विधायक भानु प्रताप सिंह और झामुमो के उम्मीदवार अनंत प्रताप देव के बीच फंसी है। इस सीट पर राजनीतिक तापमान भांपना आसान नहीं है। तीखे संघर्ष के बाद चुनाव परिणाम को लेकर दोनों ही पार्टियां टेंशन में हैं।
14. विश्रामपुर विधानसभा सीट : राजद और भाजपा के बीच मुकाबला
विश्रामपुर विधानसभा सीट से राजद के प्रत्याशी नरेश प्रसाद सिंह और भाजपा के उम्मीदवार रामचंद्र चंद्रवंशी के बीच कड़ा मुकाबला दिख रहा है। वहीं, बसपा के राजन मेहता, सपा की अंजू सिंह और निर्दलीय जागृति विकास दुबे मैदान में हैं । इस सीट का समीकरण वोटकटवा तय करेंगे।
15. पांकी विधानसभा सीट : यहां बिट्ट सिंह बना रहे हैं नया कोण
इस विधानसभा सीट पर भाजपा की ओर से वर्तमान विधायक कुशवाहा शशिभूषण मेहता मैदान में हैं। वहीं, कांग्रेस के उम्मीदवार लाल सूरज चुनाव मैदान में हैं। पूर्व विधायक देवेंद्र सिंह उर्फ बिट्टू सिंह नया कोण बना रहे हैं। इस सीट पर हार-जीत का अनुमान आसान नहीं है।