Ramdas Soren Death: नहीं रहे शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन (Ramdas Soren Death), राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर

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Ramdas Soren Death: नहीं रहे झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन, राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर

Ramdas Soren Death: झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का आज निधन हो गया। 62 वर्षीय सोरेन पिछले कुछ समय से ब्रेन स्ट्रोक से जूझ रहे थे और उनका इलाज दिल्ली के एक निजी अस्पताल अपोलो में चल रहा था। वरिष्ठ विशेषज्ञों की एक टीम 24 घंटे देखभाल कर रही है और 62 वर्षीय नेता के स्वास्थ्य पर कड़ी नजर रख रही थी।  रामदास सोरेन के निधन की खबर सुनते ही उनके विधानसभा क्षेत्र घाटशिला के साथ-साथ पूरे झारखंड में शोक की लहर दौड़ गयी है। एक ही महीने में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के 2-2 बड़े नेताओं के निधन ने पार्टी को झकझोर दिया है। उनकी अचानक मौत की खबर ने पूरे राज्य को स्तब्ध कर दिया है। 

Ramdas Soren Death: झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन रात 10:30 बजे ली अंतिम सांस

रामदास सोरेन के परिजनों और उनके समर्थकों को उम्मीद थी कि रामदास सोरेन ठीक होकर झारखंड लौटेंगे और जनता की सेवा में जुटेंगे। लेकिन, ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था। 15 अगस्त 2025 की रात करीब 10:42 बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया, इसके बाद उनके बेटे ने ‘एक्स’ पर उनके निधन की पुष्टि की।

Ramdas Soren Death
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Ramdas Soren Death: बड़े पुत्र सोमेश सोरेन ने दी जानकारी

सबसे पहले रामदास सोरेन के बड़े पुत्र सोमेश सोरेन ने रात को करीब 10:46 बजे सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ के रामदास सोरेन के हैंडल से अपने पिता के निधन की सूचना दी। सोमेश सोरेन ने लिखा, ‘अत्यंत ही दुख के साथ यह बता रहा हूं कि मेरे पिताजी रामदास सोरेन जी अब हमारे बीच नहीं रहे।’

Ramdas Soren Death: कुणाल षाड़ंगी ने भी रामदास के निधन की पुष्टि की

इसके बाद झामुमो के नेता और बहरागोड़ा के पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने इसी ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, ‘आप सभी को अत्यंत दुःख के साथ यह सूचना साझा कर रहा हूं कि राज्य के स्कूली शिक्षा व निबंधन मंत्री तथा घाटशिला विधानसभा के विधायक माननीय रामदास सोरेन जी अब हम सबके बीच नहीं रहे।’

Ramdas Soren Death: कुणाल षाड़ंगी बोले- ईश्वर की मर्जी के आगे हम सब मजबूर हैं

उन्होंने लिखा, ‘उनके लाखों चाहने वालों, शुभचिंतकों, कर्मठ कार्यकर्ताओं, स्कूली शिक्षा व निबंधन विभाग के सहयोगियों और हम सबके लिए एक व्यक्तिगत और अपूरणीय क्षति है। पूरा झामुमो परिवार इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के सभी चिकित्सकों और उनकी टीमों के सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों का हृदय से आभार व्यक्त करता है कि उन्होंने पिछले 2 अगस्त से लेकर आज तक दिन रात उन्हें ठीक करने के लिए बहुत मेहनत की, लेकिन ईश्वर की मर्जी के आगे हम सब मजबूर हैं।’

दरअसल, रामदास सोरेन अपने आवास के वॉशरूम में पैर फिसलने के कारण काफी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। एंटरप्राइज़-अनलॉक में उन्हें लॉटरी के टाटा मोटर्स अस्पताल ले जाया गया था। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए वे एयर लिफ्ट कर दिल्ली अपोलो में भर्ती किया गया जहां 2 अगस्त से उनका इलाज हो रहा था। रामदास सोरेन को बीती रात स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद ICU में शिफ्ट किया गया था, लेकिन डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद रात करीब 10:42 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।

Ramdas Soren Death: राजनीतिक जीवन और योगदान

रामदास सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के वरिष्ठ नेता थे और राज्य की राजनीति में उनकी एक सशक्त पहचान थी। उन्होंने झारखंड के शिक्षा मंत्री के तौर पर कई महत्वपूर्ण नीतिगत फैसले लिए, जिनमें ग्रामीण इलाकों में स्कूलों की संख्या बढ़ाना, सरकारी स्कूलों में डिजिटल शिक्षा की शुरुआत और छात्रवृत्ति योजनाओं का विस्तार शामिल है।

वे अपने क्षेत्र घाटशिला से लगातार दो बार विधायक चुने गए और जनसंपर्क में हमेशा सक्रिय रहते थे।

Ramdas Soren Death: शोक संदेशों की बाढ़

झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रमुख और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी मंत्री की मृत्यु की पुष्टि की। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और कहा,”आपको इस तरह नहीं जाना चाहिए था, रामदास दा… अंतिम जौहर, दादा।”

Ramdas Soren Dead: मंत्री इरफ़ान अंसारी भी निधन से पहले देखने गये थे दिल्ली

झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफ़ान अंसारी, जो इलाज की निगरानी के लिए दिल्ली आए थे, ने पुष्टि की कि दुर्घटना के कारण सोरेन को मस्तिष्क में चोट लगी है। इससे पहले दिन में, उन्हें जमशेदपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहाँ डॉक्टरों ने उनके मस्तिष्क में रक्त के थक्के जमने का पता लगाया था।

Ramdas Soren Dead: अंतिम संस्कार की तैयारी

परिवार के करीबी सूत्रों के अनुसार, रामदास सोरेन का अंतिम संस्कार कल उनके पैतृक गांव में पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।

Ramdas Soren Dead: 4 अगस्त को शिबू सोरेन का दिल्ली में हुआ था निधन

एक महीने में झारखंड मुक्ति मोर्चा के दूसरे बड़े नेता का निधन हुआ है. दिशोम गुरु शिबू सोरेन लंबी बीमारी के बाद 4 अगस्त 2025 को इस दुनिया को अलविदा कह गये। 15 अगस्त को उनका दशकर्म था। गुरुजी का दशकर्म समाप्त होने के बाद देर रात रामदास सोरेन का भी निधन हो गया। गुरुजी का निधन सर गंगा राम अस्पताल में हुआ था। 5 अगस्त 2025 को रामगढ़ जिले के गोला प्रखंड में उनके पैतृक गांव नेमरा में उनका अंतिम संस्कार किया गया था।

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