Vice President Election 2025 LIVE: उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 के लिए मतदान जारी, राहुल गांधी ने डाला वोट, CP राधाकृष्णन v/s सुदर्शन बी रेड्डी

उपराष्ट्रपति चुनाव 2025: आज देश को मिलेगा नया उपराष्ट्रपति, मतदान जारी

आज संसद भवन में 15वें उपराष्ट्रपति चुनाव (उपराष्ट्रपति चुनाव 2025) को लेकर मतदान शुरू हो गया है। NDA की ओर से सीपी राधाकृष्णन को मैदान में उतारा गया है, तो वहीं INDIA गठबंधन की ओर से सुदर्शन बी रेड्डी है। मौजूदा समय में लोकसभा में 542 और राज्यसभा में 239 सांसद हैं। इस तरह दोनों सदनों के कुल सदस्य 781 हैं। संसद में वोटिंग सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक होगी। पीएम मोदी ने पहला वोट डाला दिया।

उपराष्ट्रपति चुनाव 2025:  लोकसभा और राज्यसभा के 781 सांसद देंगे वोट

उपराष्ट्रपति पद (उपराष्ट्रपति चुनाव 2025) के लिए लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य वोट देते हैं। हालांकि, इसके लिए व्हिप नहीं जारी हो सकती। सभी सांसद पार्टी लाइन पर वोट करें तो NDA उम्मीदवार राधाकृष्णन के 422 और विपक्ष के रेड्डी के 319 वोट माने जा रहे हैं। ऐसे में राधाकृष्णन की जीत तय है। हालांकि गुप्त मतदान में क्रॉस वोटिंग दोनों तरफ से समीकरण बिगाड़ सकती है।

उपराष्ट्रपति चुनाव 2025:  विपक्ष के 3 दलों ने वोटिंग से बनाई दूरी

मतदान से ठीक पहले विपक्ष के 3 दलों ने वोटिंग से दूरी बना ली है, जिनमें BJD, BRS और अकाली दल शामिल हैं। इन 3 दलों के पास कुल 14 सांसद है। KCR की पार्टी BRS और ओडिशा के पूर्व सीएम नवीन पटनायक की पार्टी BJD ने उपराष्ट्रपति चुनाव (उपराष्ट्रपति चुनाव 2025) से किनारा कर लिया है। मतलब की वो किसी भी पार्टी का न तो समर्थन करेंगे और न ही वोट करेंगे। संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा में BRS के 4 और BJD के 7 सांसद हैं।

लोकसभा में इकलौते सांसद वाले शिरोमणि अकाली दल ने भी पंजाब में बाढ़ के चलते वोट डालने से इनकार कर दिया है। AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बताया कि इस चुनाव में वे INDIA के प्रत्याशी को समर्थन करेंगे। YSRCP के 11 सांसदों ने NDA उम्मीदवार के पक्ष में वोट करने का फैसला किया है।

उपराष्ट्रपति चुनाव 2025:  तीन दलों की दूरी का क्या पड़ेगा सियासी प्रभाव

  1. BJD, BRS और अकाली दल के सांसद सदस्यों की संख्या मिलाकर 14 होती है। मौजूदा समय में लोकसभा में 542 और राज्यसभा में 239 सांसद हैं। इस तरह दोनों सदनों के कुल सदस्य 781 हैं, जिसके लिहाज से जीत के लिए उम्मीदवार को कम से कम 391 सांसदों का समर्थन चाहिए।
  2. तीनों दलों के वोटिंग से दूरी बनाए रखने के चलते सबसे पहला असर ‘नंबर गेम’ पर पड़ेगा। इस तरह अब दोनों सदनों के सांसदों की संख्या 767 ही रह गई है। जीत के लिए कम से कम 384 सांसदों का समर्थन चाहिए।
  3. तीनों दल विपक्ष के हैं, लेकिन पिछले 11 सालों से सरकार के नजदीक रहे हैं। मोदी सरकार के हर संकट में साथ खड़े रहे हैं। अकाली दल तो NDA का हिस्सा ही रहा है, लेकिन BJDऔर BRS गठबंधन में न होने के बाद भी साथ देती रही है।
  4. 2022 के उपराष्ट्रपति चुनाव में भी इन्होंने एनडीए के जगदीप धनखड़ का समर्थन किया था। इस बार के चुनाव में वोटिंग से दूरी बनाए रखने का असर एनडीए की जीत के मार्जिन पर पड़ेगा। वहीं, दूसरी तरफ, इसे विपक्ष के लिए भी सियासी झटका माना जा रहा है।
उपराष्ट्रपति चुनाव 2025
उपराष्ट्रपति चुनाव 2025

उपराष्ट्रपति चुनाव 2025:  वोटों की गिनती के लिए क्या तरीका अपनाया जाता है?

मतों की गिनती (VP Election Voting) और नतीजेवैध मतों की पहली प्राथमिकता गिनी जाएगी। इस तरह अगर पहली वरीयता की गिनती में किसी उम्मीदवार को 50% से अधिक वोट मिल जाता है तो वह जीत जाएगा।

लेकिन मान लीजिए कि दोनों में से किसी उम्मीदवार को पहली वरियता के वोटों में बहुमत नहीं मिली तो फिर सबसे कम वोट वाले उम्मीदवार को हटाकर वोट अगली प्राथमिकता के आधार पर ट्रांसफर हों जाएंगे। यह प्रक्रिया तब तक चलेगी, जब तक बहुमत का फैसला ना हो जाए।

जीता उम्मीदवार जगदीप धनखड़ की जगह लेगा। धनखड़ ने 21 जुलाई को खराब सेहत का हवाला देकर अपने पद से अचानक इस्तीफा दे दिया था। उनका कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक था।

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